26-05 2021 10:58
wrote:
आप सरल स्वभाव और दयालु व्यक्तित्व रहें, आप आपसे जुड़े व्यक्तियों के दुःख और सुख में सबसे आगे रहते थे।
आपकी यह दुखद सूचना मिलने से बहुत ही दुःख हुआ। आपके देवलोक गमन से कुमावत समाज को बहुत क्षति हुई है, जिसकी पूर्ति होना संभंव नहीं हैं।
ईश्वर से प्रार्थना है कि आपको आपने श्रीचरणों में स्थान दे और आपके परिवार को इस दुःख की घड़ी में संबल तथा इस दुःख से उभरने की शक्ति प्रदान करें।
।ॐ शांति ॐ शांति।
26-05 2021 10:58
wrote:
आप सरल स्वभाव और दयालु व्यक्तित्व रहें, आप आपसे जुड़े व्यक्तियों के दुःख और सुख में सबसे आगे रहते थे।
आपकी यह दुखद सूचना मिलने से बहुत ही दुःख हुआ। आपके देवलोक गमन से कुमावत समाज को बहुत क्षति हुई है, जिसकी पूर्ति होना संभंव नहीं हैं।
ईश्वर से प्रार्थना है कि आपको आपने श्रीचरणों में स्थान दे और आपके परिवार को इस दुःख की घड़ी में संबल तथा इस दुःख से उभरने की शक्ति प्रदान करें।
।ॐ शांति ॐ शांति।